बिटकॉइन के बाद सबसे अधिक ग्रोथ व पोपुलर क्रिप्टो मार्किट में एथेरियम ने प्राप्त की है ईथर के काम करने की टेक्नोलॉजी को एथेरियम ब्लॉक चैन कहते है
बिटकॉइन की माइनिंग में ASICS की आवश्यकता होती है जिससे ज्यादा कैपिटल इन्वेस्टमेंट चाहिए बिटकॉइन के स्थान पर एथेरियम में लेन देन की फीस कम होती है
एथेरियम में करेंसी के साथ ही थर्ड पार्टी एप्लीकेशन Allow किया जाता है जबकि बिटकॉइन में करेंसी को ही Allow किया जाता है एथेरियम में बिटकॉइन की अपेक्षा माइनर्स को माइनिंग में अधिक प्रॉफिट मिलता है